चार सदस्य जांच कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर हुआ प्रभारी चिकित्सा अधिकारी का स्थानांतरण.. राजनीति शुरू
कोटद्वार। बीती 13 जुलाई को भारी बारिश के कारण मालन नदी का पुल टूटने जाने के बाद भाबर का संपर्क कोटद्वार से टूट गया था। वही भाबर क्षेत्र में स्वास्थ्य सुविधाएं भी चर्मा गई थी। जिस पर जिलाधिकारी पौड़ी के द्वारा तत्काल प्रभाव से प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कलालघाटी और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र टाइप ए झंडीचौड में 24 घंटे आकस्मिक सेवा शुरू करने के निर्देश जारी किए थे। लेकिन जिलाधिकारी के निर्देश के बाद भी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र झंडिचौड में इमरजेंसी सेवा से डॉक्टर गायब रहते थे। जिस पर सीएमओ पौड़ी के द्वारा संज्ञान लेते हुए एक उच्च स्तरीय जांच कमेटी का गठन किया गया। जांच कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र झंडीचौड़ के प्रभारी डॉक्टर का स्थानांतरण कर दिया जिस पर अब राजनीति शुरू हो गई है।
आपको बता दे की जिलाधिकारी पौडी के आदेशों पर इमरजेंसी शुरू होने के बाद प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र टाइप ए झंडीचौड में 16 अगस्त की रात को एक महिला को प्राथमिक उपचार न मिलने के कारण बेस अस्पताल ले जाते समय उसकी मौत हो गई थी….जहां पर बेस अस्पताल पहुँचते ही डॉक्टर ने उन्हें मृत्यु घोषित कर दिया था।
इस पूरे मामले पर स्थानीय लोगों के द्वारा मुख्य चिकित्सा अधिकारी पौडी को घटनाक्रम से अवगत कराया गया था जिस पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी पौड़ी के द्वारा चार सदस्यीय जांच कमेटी गठित की गई थी। जांच कमेटी ने अपनी रिपोर्ट के मुख्य चिकित्सा अधिकारी पौड़ी को सौपी। जांच के आधार पर उक्त चिकित्सा प्रभारी का स्थानांतरण कर दिया गया। लेकिन संबंधित प्रभारी चिकित्सा अधिकारी के द्वारा उच्च अधिकारियों के आदेशों का पालन नहीं किया गया।
विश्वनीय सूत्रों के मुताबिक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र टाइप ए झंडीचौड के प्रभारी डॉक्टर लगभग ढाई बजे तक अपनी दिन चरिया के अनुसार ओपीडी में मरीजो का उपचार कर रहे थे। उसके बाद अपने आवास पर चले गए। वही प्रभारी चिकित्सा अधिकारी के द्वारा ट्रांसफर आर्डर आते ही छुट्टी के लिए भी प्रार्थना पत्र लगा दिया गया व अन्य जिले के एक सरकारी अस्पताल में स्वास्थ्य लाभ लेने पहुंच गए। एक डॉक्टर के एक ही दिन पर दो जगह पर होने वाला मामला भी उच्च अधिकारियों के संज्ञान में है।
वही अब देखने वाली बात यह होगी कि आखिर ऐसे मामले पर सीएमओ पौड़ी सबंधित डॉक्टर के खिलाफ क्या कार्रवाई करते हैं यह तो आने वाले समय ही बताएगा।