लकड़ी के ट्रक के पीछे दौड़ रहा सरकारी वाहन भी जांच अधिकारी की रडार पर
कोटद्वार। लालढांग रेंज में लकड़ी तस्करी के मामले में एक के बाद एक मामले सामने आने लगे… संबंधित अधिकारियों का कहना है कि लालढांग रेंज में पेड़ों पर आरियाँ नही चलाई गयी बल्कि वन निगम का लौट काटा जा रहा हैं उसी से गलत तरीके से लकड़ी की निकासी की गई…. दरसल लालढांग रेंज में वन विभाग के द्वारा तीन हजार के लगभग सूखे और गिरे पेड़ो की छपाई की गई थी जिसका वन निगम के द्वारा कटान जारी है।
वन विभाग के अधिकारियों की कही यह बात हजम नहीं हो रही है. आखिरकार चैकपोस्ट से गलत तरीके से निकासी कैसे हुई… आखिर क्यों नहीं गेट पर बैठे कर्मचारी और बीट कर्मचारियों के खिलाफ कार्यवाही की गई…… किसके आदेश पर गलत तरीके से निकासी के लिए गेट खोला गया… क्यों नहीं उक्त वाहन का चिल्लरखाल चैक पोस्ट पर जांच की गई….लकड़ी से भरे ट्रक के पीछे दौड़ रहे वन विभाग के वाहन में चालक कौंन था वाहन में कौन अधिकारी/कर्मचारी बैठा था? वहीं वन विभाग के वाहन का लकड़ी से भरे ट्रक के पीछे दौड़ने का क्या मकसद था….तमाम तरह के सवाल लालढांग रेंज में हुई लकड़ी तस्करी के मामले में खड़े हो रहे हैं।
वही पूरे मामले पर डीएफओ दिनकर तिवारी का कहना है कि जैसे यह मामला संज्ञान में आया तत्काल प्रभाव से जांच के आदेश दे दिए गए हैं जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे उसी के आधार पर दोषियों के खिलाफ कठोर कार्यवाही की जाएगी। दोषियों को किसी भी हालत में बक्सा नही जाएगा।