कौड़िया स्थित वन उपज जांच चौकी से एक रवने से निकल रहे कई उप खनिज से भरे वाहन
अवैध खनन रोकने शिवालिक वृत्त में बनी एसओजी टीम सो रही चैन की नींद
कोटद्वार। लैंसडौन वन प्रभाग की कोटद्वार रेंज के कौड़िया स्थित वन उपज जांच चौकी से एक रवने पर कई उप खनिज से भरे ओबर लोड वाहन पास किये जा रहे हैं… यह सब कुछ वहां बैठे वन कर्मचारियों के समकक्ष होता है लेकिन कोई कार्यवाही करने की जरूरत नहीं समझता… ऐसे में अवैध खनन की निकासी तो हो रही है लेकिन सरकार को रोजाना हजारों रुपए का राजस्व का चूना वन कर्मियों की लापरवाही से हो रहा है…
जबकि कोटद्वार की नदियों में अवैध खनन पर रोक लगाने के लिए वन संरक्षक शिवालिक वृत्त राजीव धीमान के नेतृत्व में एक स्पेशल टास्क फोर्स का गठन किया गया था जब से टास्क फोर्स का गठन किया गया था उस दौरान उक्त टीम के द्वारा कोटद्वार में एक दो खनन से भरे वाहनों पर कार्रवाई की थी… लेकिन उसके बाद यह टीम भी चैन की नींद सो गई…सूत्रों की माने तो शिवालिक वृत्त में बनी अवैध खनन रोकने के लिए एसओजी टीम भी अवैध खनन कार्य से अपने संबंध बन चुकी है…. जिस कारण वह भी आकर कोटद्वार के होटलो में आराम करते हुए वापस देहरादून की ओर चले जाते हैं…
आपको बता दे की पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश से रोजाना 30 से 40 वाहन उप खनिज सामग्री लेकर कोटद्वार पहुंचते हैं लेकिन इनमें से अधिकांश वाहनों के पास उप खनिज से संबंधित कागजात नहीं रहते हैं ऐसे में तो सवाल उठना लाजिमी है कि आखिर कौड़िया स्थित वन उपज जांच चौकी से किसकी सहायता पर उप खनिज से भरे वाहन पार करवाये जाते है…

वही पूरे मामले पर उत्तराखंड विकास पार्टी ने आरोप लगाते कहा कि यह काम बिना मिली भगत से नहीं हो सकता ऊपर से लेकर नीचे तक सब के मेल मिलाप से यह कार्य होता है…
वही एसओजी टीम के प्रभारी गणेश उनियाल ने कहा कि शिवालिक वृत्त में काफी लंबा क्षेत्र है और टीम में सदस्य भी कम है जिस कारण कार्यवाही करने में कुछ बाधाएं उत्पन्न होती है क्षेत्र भी बहुत बड़ा है लेकिन जब से टीम का गठन हुआ है तब से 70 से 80 उपखनिज से भरे वाहनो पर कार्यवाही की गई है जिनसे लगभग 36 लाख का राजस्व भी वसूला गया है फिर भी अगर कहीं से शिकायत आती है तो उसे पर कार्यवाही की जाएगी…