सिंचाई विभाग के द्वारा बाढ़ सुरक्षा कार्यो पर लगाई जा रही घटिया निर्माण सामग्री
सिंचाई विभाग के द्वारा ठेकेदारों को फायदा पहुंचाने के उद्देश्य से लगवाई जा रही स्थानीय नदियों की निर्माण सामग्री
कोटद्वार। इन दिनों सिंचाई खण्ड दुगड्डा के द्वारा कोटद्वार विधान सभा क्षेत्र में करोड़ो रूपये की लागत से बाढ़ सुरक्षा व सिंचाई गूलों का निर्माण कार्य करवाया जा रहा है. लेकिन सिंचाई विभाग के ठेकेदारों के द्वारा स्थानीय नदियों से निकलने वाला घटिया निर्माण सामग्री का उपयोग किया जा रहा है. जिससे कि सिंचाई विभाग के द्वारा करवाये जा रहे निर्माण कार्यो की गुणवत्ता पर भी सवाल उठने लगे है.. जबकि DPR में स्थानीय नदियों से निकलने वाले रेत बजरी का जिक्र नही है.
आप को बता दे कि DPR एक विस्तृत परियोजना रिपोर्ट परियोजना का एक अनिवार्य हिस्सा होता है। इसे सावधानीपूर्वक तैयार किया जाता है. डीपीआर को अंतिम रूप देने से पहले उचित सर्वेक्षण, जांच और डिजाइन करने को महत्व दिया जाता है.
DPR बनाते समय सभी चीजों का ध्यान रखा जाता है और उसमें साफ इंकित किया जाता है कि निर्माण कार्य में लगने वाली निर्माण सामग्री कहा से खरीदी जाएगी. जबकि कोटद्वार तहसील क्षेत्र में उप खनिज चुगान के लिए कोई भी नदी नही खुली हुई है. उसके उपरांत भी सिंचाई विभाग के द्वारा करवाये जा रहे निर्माण कार्यो में स्थानीय नदियों का मैटीरियल धड़ल्ले से लगाया जा रहा है.
वही सिंचाई विभाग के ठेकेदारो के द्वारा बाढ़ सुरक्षा दीवार की बुनियाद से निकलने वाले मिटी पत्थर में सीमेंट पानी मिलाकर लगाया जा रहा है. लेकिन घटिया निर्माण सामग्री से हो रहे निर्माण को देखने वाला वहां कोई नही है.