रिपोर्ट:- अनुराग कोटनाला/शुभम कुमार
चिन्तन:- दूसरों को संक्रमण से बचाने वालों के पास ना तो गल्फ़स है ना जूते और ना फेस मास्क
कोटद्वार। दूसरों को सफाई की नसीहत देने वाला नगर निगम खुद अपने कर्मचारियों को साफ रखने में फिसडी साबित होता नजर आ रहा है…. कोटद्वार नगर निगम के कारनामे तो देखिए अपने सफाई कर्मचारियों को मास्क और गल्स तक उपलब्ध नही करवा रहा है.
आप को बता दे कि नगर को स्वच्छ बनाने के लिए सफाई कर्मियों की तैनाती की जाती है…. सड़क व नालियों को साफ सफाई की जिम्मेदारी भी उन्हीं पर होती है, कूड़ा कटकर उठान भी इन्हीं के हिस्से में है नगर स्वच्छ दिखे और लोग बीमार न हो इसकी चिंता नगर प्रशासन को सताती रहती है. ऐसे हालात में भी सुरक्षा के नाम पर सफाई कर्मियों के पास दस्ताने और मास्क उपलब्ध नहीं है. कोटद्वार नगर निगम के पास 40 वार्ड है और 40 वार्डों की गलियों और नालियों में फैली गंदगी को बिना दस्ताने और बिना मास्क लगाए कूड़ा उठाया जा रहा है. स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक इससे सफाई कर्मचारियों में हर संभव संक्रमण फैलने की आशंका बनी रहती है. कोटद्वार नगर निगम प्रशासन सफाई कर्मचारियों की सुरक्षा को गहराई से नहीं लेता है.
सफाई कर्मचारी असुरक्षित तरीके से सड़क पर और गलियों में उतरकर गंदगी साफ करते हैं उनके मुंह पर ना तो कपड़ा बंधा है और ना ही हाथों में दस्ताने होते हैं नालियों व सड़क की सफाई करते समय सफाई कर्मचारी हर पल संक्रमण का सामना करते हैं इसके कारण कर्मचारी चर्म रोग और फेफड़ों की बीमारियों के शिकार भी होते रहते हैं.