हरिद्वार में सब इस्पेक्टर बता पौड़ी की महिला राजस्व उप निरीक्षक को धमकाया.
ससुर के केस में आरोप पत्र के बदले फाइनल रिपोर्ट लगाने का बनाया दबाब
कोटद्वार। राजस्व उप निरीक्षक पट्टी मल्ला ढांगू-2 तहसील जाखणीखाल सुमन रावत के द्वारा जिलाधिकारी को एक पत्र लिखकर अवगत कराया गया कि मुकदमा संख्या 01/2023 में 406, 420, 464, में विवेचक हूं.
दिनांक 8 जुलाई 2024 को जब मेरे द्वारा उक्त मामले की विवेचना के दौरान अभियुक्त को धारा 41(क) का नोटिस तामिल करवाया गया तो इस दौरान अभियुक्त ने कहा कि मेरा जंवाई पुलिस में सब इंस्पेक्टर है वह तुझे देख लेगा और तुझे नौकरी करना सिखा देगा.
11 जुलाई 2024 को शाम के समय एक मोबाइल नंबर से फोन आया जिसने अपना परिचय बताया की में हरिद्वार में सब इंस्पेक्टर हूं. मेरा नाम आशीष भट्ट है.
उक्त सब इंस्पेक्टर ने कहां की मैं अपने ससुर के केस के संबंध में आपसे बात करना चाहता हूं जिसमें उसके द्वारा कहा गया कि आपके द्वारा मेरे ससुर राजेंद्र प्रसाद सिलस्वाल को धारा 41(क) नोटिस दिया गया जिससे वह डरे हुए है. तथा उक्त व्यक्ति द्वारा फोन कॉल पर ही उक्त मामले के गवाह के नाम और विवेचना की पूछताछ कर रहा था. वहीं ससुर के मामले में आरोप पत्र की जगह अंतिम रिपोर्ट लगाने का दबाव बना रहा था. वही सब इंस्पेक्टर आशीष भट्ट द्वारा राजस्व उपनिरिक्षक से अभद्र भाषा का प्रयोग और फोन पर धमकाया गया. जिससे राजस्व उप निरक्षक बहुत भयभीत हो गई.
राजस्व उप निरीक्षक के द्वारा जिलाधिकारी गढ़वाल को पत्र भेज कर बताया गया कि मैं एक महिला कर्मचारि हूँ तथा अकेले ही राजस्व उप निरीक्षक चौकी में रहती हूं और मुझे आशीष भट्ट से जान माल का खतरा है.