बगैर दस्ताने व मास्क के काम कर रहे नगर निगम के सफाई कर्मी,सफाई कर्मियों के स्वास्थ्य के साथ हो रहा खिलवाड़
कोटद्वार। कोटद्वार नगर निगम में जिन सफाई कर्मचारियों पर शहर को साफ सुथरा बनाने की जिम्मेदारी हैं उन पर हर पल संक्रमण का खतरा मंडरा रहा है, उनकी साफ सफाई की सुध लेने वाला कोई नहीं है। अफसरशाही का आलम यह है कि शहर की साफ सफाई रखने वाले कर्मचारियों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है सफाई कर्मचारियों के पास गल्पस, मास्क व बूट ना होने के कारण उनके स्वास्थ्य पर दुष्प्रभाव पड़ रहा है। लेकिन जिम्मेदार अफसरशाह एयर कंडीशनर वाले दफ्तरों में बैठकर आराम फरमा रहे हैं अखिर इन सफाई कर्मचारियों की सुध कौन लेगा?
आपको बता दें की शहर की स्वच्छता को लेकर नगर निगम क्षेत्र में प्रति माह लाखों रुपए खर्च किए जाते हैं लेकिन स्थिति जस की तस… अब ऐसे में आप अंदाजा लगा सकते हैं कि जिन कर्मचारियों के कंधों पर शहर को स्वच्छ रखने का जिम्मा है आखिर उनको स्वच्छ रखने की जिम्मेदार कौन होगा…. जब सफाई कर्मचारी स्वस्थ्य नहीं रहेंगे तो वह शहर को स्वच्छ कैसे रखेंगे…तमाम सवाल इस समय कोटद्वार नगर निगम के आसपास घूम रहे हैं क्या नगर निगम में भी अफसरशाही हावी है ? या फिर राजनीति का शिकार हुआ है नगर निगम…
स्वच्छता स्वास्थ्य और नगर को साफ सुथरा बनाए रखने के लिए प्रचार-प्रसार पर कोटद्वार नगर निगम पानी की तरह पैसा बहा रहा है विज्ञापन के लिए बड़े-बड़े होर्डिंग लग रहे हैं लेकिन वास्तव में जो नगर को स्वच्छ बनाए रखने में अहम भूमिका निभा रहे हैं उनकी ही सुरक्षा पर उदासीनता बरती जा रही है श्रम विभाग भी सफाई कर्मियों के अधिकारों के हनन नहीं रोक पा रहा है।