कृषक महोत्सव औपचारिकता, नही लगे थे कृषि से सम्बंधित स्टॉल
कोटद्वार। कृषि विभाग के द्वारा झंडीचौड रामलीला मैदान में कृषक महोत्सव-2023 का आयोजन किया गया.. जिसमें कई स्टॉल नदारत रहे . कृषक महोत्सव-2023 सिर्फ एक औपचारिकता बनकर रह गया.
जी हां हम यह इस लिए कह रहे है कि कृषक महोत्सव-2023 में कृषि, उद्यान, पशुपालन, मत्स्य, जड़ी-बूटी शोध एवं विकास संस्थान, जैविक उत्पादन परिषद, रेशम विकास, डेयरी विकास, बीज प्रागाणी करण,जलागम प्रबंधन, सगन्ध पौध केंद्र एवं जड़ी तमाम जैसे विभागों के इस महोत्सव में स्टॉल लगने थे…जो कि नही थे.
वही महोत्सव का उद्देश्य था कि कलस्टर आधारित कृषि को बढ़ावा, प्राकृतिक खेती, कृषि के क्षेत्र में रेखीय विभागों के समन्वय से समग्र एवं समिति एंव समन्वित विकास के साथ-साथ जल संचय एवं जल संरक्षण करते हुए अधिक से अधिक क्षेत्र को सिंचाई के अंतर्गत लाना प्राथमिकता थी लेकिन महोत्सव सिर्फ औपचारिकता बनकर ही रह गया…
आपको यह भी बता दें कि जिस क्षेत्र में कृषि विभाग के द्वारा यह महोत्सव का आयोजन किया गया उस क्षेत्र में 8 पार्षद यानी 8 वार्ड हैं लेकिन मौके पर कृषक महोत्सव में सिर्फ दो ही पार्षद मौजूद थे कई किसानों से जब बात की गई तो उन्होंने कहा कि हमें तो कृषक महोत्सव की कोई जानकारी नहीं थी, वही जे पी बहुखण्डी ने बताया की कृषक महोत्सव सिर्फ औपचारिकता बनकर रह गया है कई सालों से मृदा की जांच क्षेत्र में नहीं हो सकी, महोत्सव में कई समस्या थी उनका समाधान नहीं हुआ, सब्सिडी नहीं आ रही है, कृषि विभाग के अधिकारी बीमा की बात कर रहे हैं लेकिन वह भी औपचारिकता है, वही जब फसलों पर बीमारी लगती है तो कोई भी कृषि अधिकारी क्षेत्र में नहीं आता. इस महोत्सव में कई स्टॉल कृषि विभाग के द्वारा लगाए जाने थे लेकिन स्टॉल के नाम पर खाली टेबल और कुर्सी लगाई हुई थी, अब आप सोच सकते हैं कि कृषक महोत्सव के नाम पर सरकारी धन का बंदरबांट किस कदर किया जा रहा है।