मालन बीट में हरे सागौन के पेड़ों पर चली कुल्हाड़ी, तैनात कर्मी नदियों में चांदी चुगने में मस्त

कोटद्वार। लैंसडौन वन प्रभाग की कोटद्वार रेंज के मालन बीट में वन कर्मियों की लापरवाही के कारण सागौन के हरे पेड़ों पर लक्कड़ माफियाओं ने कुल्हाड़ी चला दी। इस दौरान लक्कड़ माफियाओं ने कई मोटे और बारीक हरे पेड़ों पर कुल्हाड़ी चलाकर उन्हें खुर्दपुर कर दिया।
लेकिन मालन बीट में तैनात फॉरेस्टर और फॉरेस्ट गार्ड को इसकी कानों कान तक खबर नहीं। गत फरवरी माह में कोटद्वार रेज के कण्वाश्रम बीट के ईडा मल्ला-तल्ला में भारी मात्रा में अवैध पातन का मामला प्रकाश में आया था। तब तत्कालीन डीएफओ ने बीट में तैनात फॉरेस्टर और फॉरेस्ट गार्ड को सस्पेंड कर दिया था।

सूत्रों की माने तो मालन नदी में तैनात फॉरेस्टर और फॉरेस्ट गार्ड इन दिनों मालन नदी में चांदी बटोरने में व्यस्त है। वही लक्कड़ माफिया सागौन के हरे पेड़ों पर कुल्हाड़ी चलाने में मस्त हैं। लेकिन मजाल क्या है कि बीट में तैनात वन कर्मी जंगल की ओर झांकने की हिम्मत कर रहे हो।

आपको बता दें कि वन विभाग में फॉरेस्ट गार्ड व फॉरेस्टर की तैनाती इसलिए की जाती है कि वह प्रभाग में वन संपदा और वन्यजीवों की सुरक्षा कर सके। लेकिन यहां पर तैनात वन कर्मियों को सिर्फ नदियों से निकलने वाला चांदी दिखाई देता है। उनकी भले से जंगल मे विचरण करने वाले जंगली जानवरों को कोई कुछ भी करता रहे या वन संपदा को उखाड़ ले जाये, उन्हें कोई मतलब नहीं है।

वही ऐसे ही एक मामले पर सोमवार को प्रभागीय वन अधिकारी ने मालन बीट में तैनात एक फॉरेस्ट गार्ड को मालन नदी में चांदी झुकने की एवज में अटैच कर दिया है। लेकिन उसके बाद भी कोटद्वार रेंज में तैनात कर्मचारी अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं।

अब देखने वाली बात यह होगी कि आखिर कोटद्वार रेंज की मालन बीट में कटे सागौन के पेड़ों में किन-किन कर्मचारियों  पर गाज गिरती है यह तो आने वाला समय ही बताएगा।

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