यमकेश्वर विधानसभा स्थित दुगड्डा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में एनएचएम के तहत चल रहा था तेल का खेल
पोलियो अभियान के दौरान डॉक्टरों और कर्मचारियों के वाहनों में भरा जा रहा था तेल
पिछले 7 वर्षों में 168 जन्मे नवजात से 90 नवजात को लगाया गया विटामिन K का इंजेक्शन बाकी नवजातों की जिंदगी के साथ किया गया खिलवाड़
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र दुगड्डा में पोलियो अभियान के दौरान 6 किलोमीटर प्रति लीटर चल रही थी स्विफ्ट डिजायर कार और अपाचे मोटरसाइकिल
सीएमओ पौडी ने आनन-फानन में किये दुगड्डा स्वास्थ्य केंद्र में चिकित्साधिकारी सहित 6 कर्मचारियों का तबादला
वित्तीय अनिमियताओं के मामले में नहीं की गई कोई ठोस कार्रवाई?
कोटद्वार। बोलता पहाड़ ने 5 जनवरी 2023 को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र दुगड्डा से गायब रहते कर्मचारी, बिना उपस्थिति के वितरण किया जा रहा वेतन शीर्षक से खबर प्रकाशित की थी…. जिसके बाद स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मच गया…… मुख्य चिकित्साधिकारी ने तत्काल प्रभाव से जांच अधिकारी नामित कर विभाग के ऊपर लग रहे आरोप से बचने के लिए आनन-फानन में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र दुगड्डा से चिकित्साधिकारी सहित छः कर्मचारियों का ट्रांसफर कर दिया गया….
आपको बता दें कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र दुगड्डा राष्ट्रीय राजमार्ग 534 से लगा हुआ स्वास्थ्य केंद्र है और यह पहाड़ी क्षेत्रों के लिए बहुत अहम स्वास्थ्य केंद्र माना जाता है……लेकिन यहां पर लंबे समय से स्वास्थ्य केंद्र में तैनात कर्मचारियों की अनुपस्थिति और उसके बाद उनका वेतन आहरित करने की मामला लंबे समय से चल रहा था….. तो वही दुगड्डा में नवजात को विटामिन K का इंजेक्शन नहीं लगाए जाने का मामला भी प्रकाश में आया था…. वही एनएचएम के तहत पोलियो अभियान के दौरान कर्मचारियों के द्वारा निजी वाहनों में तेल भरने का मामला भी लंबे समय से चल रहा था….. हालत यह थी कि स्विफ्ट डिजायर कार 6 किलोमीटर प्रति लीटर के हिसाब से लॉक बुक भरी हुई थी तो वहीं कई बाइक भी 6 किलोमीटर प्रति लीटर के हिसाब से चल रही थी…..
मजेदार की बात तो यह थी की 12 लीटर की बाइक की टंकी में पेट्रोल पंप से 28 लीटर 29 लीटर के कई बिल बने हुए थे…..जैसी बात स्वास्थ्य महकमा तक पहुंची तो आनन-फानन में जांच अधिकारी नामित कर स्वास्थ्य केंद्र से चिकित्साधिकारी सहित 6 कर्मचारियों का तबादला कर दिया गया….. लेकिन जिन कर्मचारियों के ऊपर कार्यवाही होनी थी उन पर ठोस कार्यवाही नहीं की गयी?… इन बातों से ऐसा लग रहा है कि स्वास्थ्य महकमे ने अपने ऊपर लगे आरोपों से बचने के लिए कर्मचारियों का ट्रांसफर कर दिया….
पूरे मामले पर मुख्य चिकित्साधिकारी पौड़ी प्रवीन कुमार ने कहा कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र दुगड्डा में काफी लंबे समय से अनियमितताओं की शिकायतें आ रही थी….कई कर्मचारी अनुपस्थित पाए जाते थे उनका वेतन आहरित हो जाता था…. अन्य और कई प्रकार की अनियमितताएं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र दुगड्डा में पाई गई… विभाग के जितने भी कर्मचारी थे उनका आपस में मनमुटाव रहता था काफी लंबे समय से इस प्रकार की स्थिति बनी हुई थी…. मेरे द्वारा कई बार उन्हें मौखिक और लिखित रूप से चेतावनी जारी की गई थी… इसी क्रम में एक मीडिया कर्मी के द्वारा जिलाधिकारी पौडी से शिकायत की गई थी उसका संज्ञान लेते हुए मेरे द्वारा वहां पर जांच कराई गई…. जांच अधिकारी द्वारा जो अनियमितताएं वहां पर पाई गई उस जांच के सापेक्ष जितने भी कर्मचारी अनियमितताओं में लिप्त थे सभी को वहां से तत्काल प्रभाव से हटाते हुए अन्य स्वास्थ्य केंद्र में उनको संबर्द्ध कर दिया गया एक-दो लोगों से रिकवरी वाली बात भी की गई है….