होटल निर्माण के लिए लगा डाला बीपीएल कनेक्शन
बिना रीडिंग के दिया जा रहा बिल
मामला संज्ञान में आते ही विद्युत विभाग में मचा हड़कंप दिए जांच के आदेश
कोटद्वार। बिजली विभाग ने दुगड्डा ब्लॉक के एक गांव में होटल निर्माण के लिए बीपीएल कनेक्शन लगा डाला… सबसे मजेदार की बात तो यह है कि बिना रीडिंग के ही बिल बनाया जाता है…. होटल निर्माण के लिए अप्रैल माह 2022 में एक पेड़ पर मीटर लटका दिया जाता है.. जबकि बिजली के कनेक्शन का रजिस्ट्रेशन की डेट 30 सितंबर 2022 है.. मामला संज्ञान में आते ही विद्युत विभाग के अधिकारियों ने जांच के आदेश दिए.
पूरे मामले का खुलासा तब हुआ कि जब सूर्यकांत बड़थ्वाल निवासी पाली तल्ली पोस्ट गुमखाल तहसील लैंसडौन के द्वारा राज्य सरकार की रोजगार योजना दीनदयाल उपाध्याय होम स्टे के तहत रोजगार अपनाने का प्रयास किया जा रहा था और बिजली के कनेक्शन के लिए आवेदन किया था….
सूत्रों के मुताबिक अप्रैल 2022 में पेड़ पर लटके हुए मीटर का सीरियल नंबर SS15716745 है जो कि 30 सितम्बर 2022 को विद्युत विभाग के सब स्टेशन कोटद्वार सेकंड में कनेक्शन संख्या KT22172752535 अंजू देवी STN-11 Life Line Below Poverty से दर्ज है जो की एक निर्माणधीन होटल के अन्दर लगा है…
आपको यह बता दें कि गरीबी रेखा में जीवन यापन करने वालों के लिए बिजली के मीटर की प्रतिदिन की यूनिट एक यूनिट होती है क्योंकि वह परिवार गरीब है उसके पास टीवी, फ्रिज अन्य कोई भी संसाधन नहीं है लेकिन यहां पर विद्युत विभाग के द्वारा बिना रीडिंग के इस मीटर पर 30 सितंबर 2022 से लेकर 31 अक्टूबर 2023 तक पांच बिल काटे गए हैं जो कि क्रमशः 55, 200, 200, 100, 100, यूनिट के है… जिनका बिल 628 रुपये, 2347 रुपये, 1551 रुपये, 777 रुपये, 386 रुपये है… और 30 सितम्बर से पहले के बिलों का कहीं भी पता नहीं है। बीपीएल परिवार के नाम पर लगा यह कनेक्शन और उसके बिल भी इस और इशारा करते हैं कि कहीं ना कहीं कुछ गड़बड़ है…
ऐसे में आप अंदाजा लगा सकते हैं कि बिजली विभाग के अधिकारी/कर्मचारी बिजली चोरी करवाने में किस तरह महारत हासिल करे हुए है……
वहीं पूरे मामले पर अधिशासी अभियंता नंदिता अग्रवाल विद्युत खंड कोटद्वार ने कहा की मामला संज्ञान में है मामले की गंभीरता को देखते हुए एक कमेटी का गठन कर जांच करवाई जा रही है… जांच के बाद जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कार्यवाही की जाएगी…
अब देखने वाली बात यह है कि अधिशासी अभियंता की जांच में किसके खिलाफ करवाई होती है यह तो आने वाला समय ही बताएगा….