सूत्रो के हवाले से बड़ी खबर

150 से 200 रुपये किलो बिक रहा बांस के कोपले(बस्किल)

हाथियों का झुंड खोज रहा अपना आहार

तो इसलिए नही उग रहे बांस के नए जंगल

जंगलो में नही हो रही गस्त

कोटद्वार। बरसात के मौसम में बांस के नये कोपले निकलते है लेकिन वन विभाग की लापरवाही के चलते कुछ लोगो ने इसे अपना रोजगार बना डाला। सूत्रो के मुताबिक लोग जंगल से तोड़ कर बांस के कोपलों को इन दिनों बाजार में 150 से 200 रुपए किलो बेचा जा रहा है. क्योंकि लोग इसकी सब्जी बनाकर खाते हैं. इसका सीधा असर बांस के पौधों पर पड़ता है कोपलों को तोड़ने के बाद बांस की नई शाखाएं तैयार नहीं हो सकती और हाथी भोजन की तलाश में आबादी की ओर रुख करता है.

आपको बतादे की लैंसडौन वन प्रभाग के कोटद्वार और दुगड्डा रेंज में इन दिनों बांस के कोपलों की चोरी खूब हो रही है यह भी बताना जरूरी है कि यह हाथी का प्रिय भोजन है, दुगड्डा व कोटद्वार रेंज में लगे बांसों के जंगल में आपको हाथी प्रचुर मात्रा में दिखाई देते हैं… लेकिन वन प्रभाग की लापरवाही के कारण कुछ लोगों ने इसे रोजगार बना दिया और भारी मात्रा में जंगल से तोड़कर आबादी वाले क्षेत्र में इन दिनों 150 से 200 रुपए किलो बेच रहे हैं। ऐसा नही की यह खबर वन विभाग के कर्मचारियों से लेकर अधिकारियों के कानों तक ना हो, लेकिन कार्यवाही शून्य.

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