मालन खाम में लाखो रुपये खर्च के बाद प्लांटेशन में उगी झाड़ीयां, जिम्मेदार बने मूक दर्शक

कोटद्वार। यूं तो लैंसडौन वन प्रभाग में प्लांटेशन के नाम पर पिछले कई वर्षों से लाखों रुपए खर्च किए जाते हैं… लेकिन लाखों रुपए खर्च होने के बाद भी प्लांटेशन में सिर्फ नजर आती है तो झाड़ियां…बने हुए प्लांटेशन पौधों के लिए तरस रहे हैं लेकिन जिम्मेदार मूकदर्शक बने हुए हैं….

मामला लैंसडौन वन प्रभाग के कोटद्वार रेंज का है जहां पर वर्ष 2019-20 में ग्रीन इंडिया मिशन के तहत मालन नदी के तट पर 40 हेक्टेयर भूमि पर प्लांटेशन का निर्माण किया गया था….

तब इस प्लांटेशन के अंदर कागजों में 44 हजार अलग-अलग प्रजाति के पौध दरसाये गए है… लेकिन वर्तमान में मालन खाम क्षेत्र में 40 हेक्टेयर भूमि पर बने प्लांटेशन में वृक्षारोपण का रखरखाव ठीक ढंग से नहीं किया गया ….जिस कारण प्लांटेशन में पौधों का अभाव है… एक रिपोर्ट के मुताबिक वन विभाग के अधिकारियों ने यह भी माना है कि मालन खाम क्षेत्र में 40 हेक्टेयर क्षेत्र में वृक्षारोपण क्षेत्र में चौकीदार ना होना रोपण क्षेत्र की स्थिति संतोषजनक न होना साथ-साथ देखरेख न होना और प्लांटेशन के अंदर पूर्व में खनन होना से प्लांटेशन के अंदर लगे हुए पौधों को नुकसान पहुंचा, वहीं प्लांटेशन की सुरक्षा बाड ना होना पाया गया… आपको यह भी बता दें कि इस प्लांटेशन का रखरखाव मावाकोट वन समिति के द्वारा किया जाता है।

मालन खाम में 40 हेक्टेयर प्लांटेशन की टूटी बाड़ के बाद चुगते आवारा पशु

वर्तमान में इस प्लांटेशन के अंदर सैकड़ो की तादाद में आवारा पशु व प्लांटेशन के अंदर सड़के नजर आ रही है… वही प्लांटेशन की चारों ओर बनी तारबाड़ लापता हो गयी है।

मालन खाम में 40 हेक्टेयर प्लांटेशन की टूटी बाड़

मानक के मुताबिक मालन खाम क्षेत्र में 40 हेक्टेयर में बने हुए प्लांटेशन में प्रति हेक्टेयर 11 सौ पौधों का रोपण किया जाता है यानी 40 हेक्टेयर में 44 हजार पौधों का रोपण होना था…वही  10 हेक्टेयर पर एक चौकीदार की तैनाती की जाती है यानी 40 हेक्टेयर पर चार चौकीदारों की तैनाती प्लांटेशन के रखरखाव के लिए होना था… लेकिन वन विभाग के द्वारा सभी मानकों को ताक में रखकर इस प्लांटेशन का निर्माण किया गया।

 

वर्तमान में प्लांटेशन में 4 हजार पौधों की जगह 44 सौ पौधे मौजूद नहीं है।सवाल अब यह उठता है कि ऐसे में ग्रीन इंडिया मिशन के तहत यह प्लांटेशन अपने मानकों पर खड़ा कैसे उतरेगा। जबकि इस प्लांटेशन पर वर्ष 2019-20 से अब तक लाखों रुपए खर्च किए गए हैं।

मालन खाम में 40 हेक्टेयर प्लांटेशन के अंदर बनी सड़क

जब इस संबंध में प्लांटेशन के सचिव महेंद्र रावत से जानकारी चाही गयी यो उन्होंने कहा कि प्लांटेशन का चार्ज मेरे पास ही है लेकिन प्लांटेशन की बारे में पूर्ण जानकारी नहीं है… की प्लांटेशन कितने हेक्टेयर में बना हुआ है, प्लांटेशन के अंदर पौधों की संख्या कितनी है और ना ही प्लांटेशन की वर्तमान स्थिति का…. अब आप समझ सकते हैं कि जब जिम्मेदारों को प्लांटेशन के संबंध में कोई जानकारी नहीं है तो रखरखाव किस प्रकार से होगा…

अब देखने वाली बात यह होगी कि आखिर कब वन विभाग नींद से जागता है और समिति से इस प्लांटेशन के अंदर मानको के तहत पौधों का रोपण करवाता है यह तो आने वाला समय ही बताएगा।

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