वन विभाग की कार्यप्रणाली पर उठ रहे सवाल, 11 दिन बाद भी नहीं हुई सांभर के मांस बरामद के अभियुक्त की गिरफ्तारी

कोटद्वार। बीते 19 अक्टूबर को घमण्डपुर मवाकोट निवासी की गौशाला में वन विभाग की टीम ने दबिश देकर 3 किलो के लगभग वन्यजीवों सांभर का मांस बरामद किया था। तब वन विभाग की टीम ने सम्बंधित के खिलाफ कोटद्वार रेंज में वन अधिनियम की विभिन्न धाराओं में मुकदमा पंजीकृत किया था। लेकिन 11 दिन बीत जाने के बाद भी पुष्कर सिंह निवासी घमंडपुर मवाकोट की गिरफ्तारी के लिए वन विभाग की टीम दबिश देने की बात कह रही है। इन बातों से लगता है कि वन विभाग की टीम कहीं ना कहीं वन्यजीव सांभर के मांस बरामद के अभियुक्त को बचाने की कोशिश कर रही है। इस घटना के बाद क्षेत्र में लैंसडौन वन प्रभाग की कोटद्वार रेंज के अधिकारियों और कर्मचारियों की कार्यप्रणाली पर सवाल उठने लगे।

विश्वस्त सूत्रों के मुताबिक लगातार वन्यजीव सांभर के मांस बरामद का अभियुक्त वन विभाग की टीम के साथ कार्यालय में बैठा देखा जा रहा है तो कभी क्षेत्र में घूमते हुए नजर आ रहा है। लेकिन वन विभाग की टीम एक के बाद एक दबिश देने की बात कह रही है और बता रही है कि जब विभाग की टीम दबिश देने जाती है तो अभियुक्त ठिकाने से फरार हो जाता है।

अब देखने वाली बात यह होगी कि 11 दिन बीत जाने के बाद अभियुक्त की गिरफ्तारी ना होना और अगर अब वन विभाग की टीम अभियुक्त की गिरफ्तारी करती है तो कौन सा गुल खिलाती है यह तो आने वाला समय ही बताएगा।

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