न टेंडर ना धनराशि स्वीकृत कैसे होगा रविवार से मालन नहर का निर्माण कार्य
अधिशासी अभियंता सिंचाई खंड दुगड्डा ने किसानो को अस्वस्त किया कि रविवार से शुरू होगा निर्माण कार्य
कोटद्वार। मालन नदी से निकलने वाली नहर बीते दिनों आपदा के तहत टूट कर मालन नदी में समा गई थी..जिसके बाद से भाबर क्षेत्र के 40 से अधिक गांव सिंचाई से वंचित हो गए… हालत यह है कि 40 से अधिक गांव के किसानों की धान, सोयाबीन, दलहन की फसल सूखने की कगार पर पहुंच गई है।
लगातार किसान सिंचाई की नहर की मरम्मत की मांग करते रहे लेकिन विभाग ने किसानों की एक न सुनी।
जिस कारण शानिवार को किसानों ने सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता का घिराव किया। आनन फानन में अधिशासी अभियंता सिंचाई खण्ड दुगड्डा कण्वाश्रम स्थित मालन नदी के हेड पर पहुंचे और किसानों की समस्या सुनी। वही किसानों को अस्वस्थ करते हुए रविवार से नहर पर कार्य करने का आश्वासन दिया।
आपको बता दें कि बीते 8 अगस्त से लगातार हुई भारी बारिश के कारण मालन नदी से निकलने वाली मालन नहर पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त हो गई। जिसके बाद से 40 से अधिक गांव में सिंचाई की समस्या उत्पन्न हो गई…किसानों की धान की फसल सूखने की कगार पर है लगातार कृषक नहर को मरम्मत की मांग कर रहे हैं, लेकिन नहर के निर्माण में धनराशी की कमी सामने आने लगी। अभी तक नहर के निर्माण के लिए नहीं तो विधिवत टेंडर हुआ और ना ही कहीं से धनराशी की स्वीकृति हुई। अब ऐसे में अधिशासी अभियंता सिंचाई खंड दुगड्डा ने रविवार से नहर के निर्माण की बात तो किसानों के समक्ष कर दी है लेकिन बिना धनराशी के नहर का निर्माण कैसे होगा यह भी अपने आप में बहुत बड़ा सवाल है?
इस मौके पर ममता नेगी, कृष्णा देवी, सीमा भंडारी, अनीता रावत, पूनम नेगी, सरोज रावत, देवेश्वरी देवी, कुंती नेगी, नन्दनी देवी, मनोरी सिंह नेगी, कृष्णा देवी, कंचन नैथानी, शुभम रावत, अभिषेक नेगी,अमित कुकरेती, जेपी बौखण्डी, मधुसूदन नेगी, रीना रावत, मीरा देवी, सुमन गुंसाई, अमिता नेगी, सीमा नेगी, सुरेंद्र सिंह रावत सहित कई किसान परिवार मौजूद रहे।