पांचवे दिन लैंसडौन वन प्रभाग में मिला एक और नर हाथी का शव…आपसी संघर्ष में हुई मौत
दुगड्डा रेंज की कार्यप्रणाली पर उठ रहे सवाल
कोटद्वार। लैंसडौन वन प्रभाग की दुगड्डा रेंज में रविवार को एक और नर हाथी की मौत की खबर से प्रभाग में हड़कम मच गया… आनन-फानन में डीएफओ मय फोर्स मौके पर पहुँचे, हाथी के दोनों दांत सुरक्षित देख विभाग के कर्मचारियों ने राहत की सांस ली. हाथी के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कर दफना दिया…. हाथी की उर्म 45 से 50 वर्ष बताई जा रही है… सूत्रों के मुताबिक हाथी का शव कई दिन पुराना बताया जा रहा है…भले ही हाथी की मौत आपसी संघर्ष से हुई है लेकिन वन विभाग की कार्य प्रणाली पर कई सवाल खड़े हो रहे है.
जानकारी के मुताबिक लैंसडौन वन प्रभाग के दुगड्डा रेंज की खोह बीट मे एक हाथी की मौत की खबर वन विभाग को लगी.. रविवार को वन विभाग की टीम ने मौके पर पहुंच कर हाथी के शव को कब्जे में लिया…. प्रभागीय वनाधिकारी के निर्देशों पर डॉक्टरों की टीम ने हाथी के शव का पोस्टमॉर्टम किया और उसे दफना दिया. गनीमत रही कि हाथी के दोनों दांत सुरक्षित रहे. वन विभाग के मुताबिक नर हाथी की उम्र 45 से 50 वर्ष लगभग आंकी गयी. वही हाथी की मौत आपसी संघर्ष से होना बताया जा रहा है. हाथी के मौत के स्पष्ट कारणो का पता पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद पता लगेगा.
15 जनवरी को दुगड्डा रेंज की खोह बीट में एक 40 वर्षीय नर हाथी का शव मिला था जिसकी मौत भी आपसी संघर्ष में बताई जा रही है.